माननीया राज्यपाल, उत्तर प्रदेश एवं
कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों
में आउटरीच एवं विस्तार कार्यक्रमों के अन्तर्गत महिला उत्थान गतिविधियों के आयोजन संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए
हैं, जिनके प्रमुख आयाम इस प्रकार हैं -
- महिला उत्थान की गतिविधियों के संचालन का आशय यह नहीं है कि इन्हें विश्वविद्यालय में किसी केन्द्र के माध्यम से औपचारिक कोर्सेस चलाकर संचालित किया जाए।
- विश्वविद्यालय ऐसे केन्द्र के रूप में कार्य करे जिसके माध्यम से इसके कार्य क्षेत्र में आने वाले सभी ग्रामीण क्षेत्र, स्लम एरिया, नगरीय क्षेत्र आदि में बालिकाओं एवं महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वाभिमान एवं आर्थिक स्वावलंबन हेतु प्रेरित किया जाए और उन्हें समाज में व्याप्त परंपरागत कुरीतियों के विरुद्ध सचेत किया जा सके।
- विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ महिला जगत को अधिक से अधिक प्राप्त हो सके, इस बारे में उन्हें जानकारी और व्यावहारिकता से अवगत कराया जाए।
- सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के साथ गहन पैठ बनाई जाए और उनसे घुलमिल कर उनका विश्वास जीतने का प्रयास किया जाए। फिर गाँवों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा महिलाओं से जुड़े हुए मुद्दों पर उनसे चर्चा करने का प्रयास किया जाए।
- सभी गतिविधियाँ राज्य सरकार संचालित नहीं कर सकती। स्थानीय आवश्यकताओं को चिह्नांकित किया जाए और उसके लिए स्थानीय स्तर पर गैर सरकारी संस्थाओं, संगठनों आदि की सहभागिता से निदान की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
- पत्र दिनांक 28 मई, 2021 में वर्णित सभी गतिविधियाँ पूरे विश्वविद्यालय के कार्य क्षेत्र में आयोजित कराई जाएँ।
- विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में अध्ययनरत/अध्यापनरत महिलाओं/छात्राओं को इन कार्यक्रमों से जोड़ा जाए,
आदि-आदि।